12 मार्च तक बिक जाएगी अम्बानी की यह कंपनी, NCTL ने दिया आदेश
नई दिल्ली। Reliance Capital के स्वामित्व हस्तांतरण को लेकर राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने बड़ा फैसला सुनाया है। दिवालिया प्रक्रिया के तहत इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) को कंपनी के अधिग्रहण के लिए 12 मार्च की अंतिम तारीख दी गई है। इस फैसले के बाद अब IIHL को तय समयसीमा के भीतर भुगतान और अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा।
क्या है पूरा मामला?
- Reliance Capital, अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह की वित्तीय सेवा कंपनी है, जो भारी कर्ज में डूबने के बाद दिवालिया प्रक्रिया का सामना कर रही थी।
- कंपनी के अधिग्रहण के लिए IIHL की बोली को मंजूरी दी गई थी, लेकिन अब तक स्वामित्व हस्तांतरण पूरा नहीं हो सका।
- NCLT ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए IIHL को 12 मार्च तक भुगतान करने की समयसीमा दी है।
IIHL को क्यों दी गई चेतावनी?
- IIHL को Reliance Capital के अधिग्रहण के लिए बकाया राशि का भुगतान करना है, लेकिन अब तक इसमें देरी हुई है।
- NCLT ने स्पष्ट किया है कि यदि समयसीमा के भीतर भुगतान नहीं किया गया, तो इस अधिग्रहण पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
- इससे पहले, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी Reliance Capital के वित्तीय संकट को देखते हुए इसे समाधान प्रक्रिया में डालने का फैसला लिया था।
बाजार पर क्या असर होगा?
- अगर IIHL समय पर भुगतान कर देता है, तो यह सौदा Reliance Capital के भविष्य को स्थिर करने में मदद कर सकता है।
- वहीं, अगर डेडलाइन चूक गई, तो कंपनी का भविष्य फिर से अनिश्चितता में पड़ सकता है और अन्य निवेशकों को मौका दिया जा सकता है।
- निवेशकों की नजर अब इस मामले पर टिकी हुई है, क्योंकि यह सौदा भारतीय वित्तीय बाजार में एक बड़ा घटनाक्रम साबित हो सकता है।
आगे क्या?
IIHL के लिए अब 12 मार्च की डेडलाइन महत्वपूर्ण हो गई है। यदि कंपनी समय पर भुगतान कर देती है, तो Reliance Capital का स्वामित्व औपचारिक रूप से स्थानांतरित हो जाएगा। लेकिन अगर भुगतान में देरी होती है, तो NCLT अगले कदम पर विचार कर सकता है, जिससे पूरा मामला और जटिल हो सकता है।