सोशल मीडिया में फेक न्यूज फैलाना पड़ा महंगा बालोदाबाजार पुलिस ने 2 को किया गिरफ्तार
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी में शासकीय निस्तारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की प्रशासनिक कार्रवाई हुई। इसके बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक और धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला संदेश प्रसारित करने के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक युवक खम्हरिया (थाना लवन) और दूसरा गातापारा (थाना पलारी) का निवासी है।
मिली जानकारी के अनुसार, नायब तहसीलदार पलारी ने उच्च न्यायलय बिलासपुर के आदेश के पालन में 2 जून को ग्राम गातापार में खसरा नंबर 215/6 और 275/6 की शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। कार्रवाई राजस्व अमले की मौजूदगी में की गई। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के स्वीकृत मकानों को पूरी तरह बाहर रखा गया था।
सोशल मीडिया पर फैलाया झूठा संदेशकार्रवाई के बाद राहुल बंदे (23 वर्ष, निवासी वार्ड क्रमांक 15, खम्हरिया) ने सोशल मीडिया पर यह झूठा संदेश फैलाया कि प्रशासन ने धार्मिक आस्था के प्रतीक को जेसीबी से ध्वस्त किया है। यह संदेश वायरल होते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस हरकत में आई।
जांच में हुआ खुलासापुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में की गई जांच में यह दावा पूरी तरह निराधार और अफवाह पाया गया। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि, यह पोस्ट समाज में धार्मिक तनाव फैलाने की नीयत से की गई थी। मामले में संत धृतलहरे (40 वर्ष, ग्राम गातापार) की संलिप्तता भी सामने आई, जिसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकारादोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि, उन्होंने जानबूझकर वैधानिक कार्रवाई को गलत ठहराने और धार्मिक भावना भड़काने के उद्देश्य से यह झूठा प्रचार किया। पलारी थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की अपीलबलौदाबाजार पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि, वे सोशल मीडिया पर किसी भी सूचना को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। झूठी, भ्रामक और समाज को बांटने वाले पोस्ट कानूनन अपराध हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी