छत्तीसगढ़: नारायणपुर में भीषण सड़क हादसा, 3 की मौत, 12 घायल – क्या सड़क सुरक्षा सिर्फ कागजों तक सीमित?
नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में बुधवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना छोटे डोंगर थाना क्षेत्र में हुई, जब ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रॉली से अपने गांव लौट रहे थे।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ग्रामीण सरकारी राशन दुकान से चावल लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली में लौट रहे थे। रास्ते में सड़क की खराब स्थिति और गड्ढों के कारण वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।
प्रशासन की लापरवाही या अनदेखी?
इस दुर्घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की खस्ताहाल स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या सड़कों की मरम्मत सिर्फ फाइलों तक सीमित है?
- क्या प्रशासन को पहले ही सड़कों की दुर्दशा की जानकारी नहीं थी?
- गांवों को जोड़ने वाली सड़कों का रखरखाव कब होगा?
घायलों की स्थिति और सरकारी सहायता
हादसे में घायल 12 लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक और व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कुछ घायलों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन क्या यह काफी है? हादसे के बाद अधिकारी मौके पर जरूर पहुंचे, लेकिन क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?
सड़क सुरक्षा कब बनेगी प्राथमिकता?
इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें मौत के जाल में बदल रही हैं। प्रशासन की अनदेखी और खराब इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण निर्दोष लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
बड़ा सवाल ये है की क्या सरकार और स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान देंगे या फिर सड़क सुरक्षा सिर्फ भाषणों और योजनाओं तक ही सीमित रहेगी ?