छत्तीसगढ़ / बिलासपुर

आग लगी तो बच्चे को लेकर बचने के लिए बाथरूम में छिपी महिला, दम घुटने से गई थी 3 कि जान, गर्भवती थी महिला

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मकान में आग लगने से 3 जिंदगियां खत्म हो गईं। आग से 5 साल के बेटे को बचाने के लिए मां उसे लेकर बाथरुम में भागी और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इस दौरान दम घुटने से मां-बेटे दोनों की मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला कि महिला गर्भवती थी।


दरअसल, दयालबंद निवासी मुन्ना कश्यप अपने दो बेटे रोहित, रोमी, रोमी की पत्नी और 5 साल के पोते अर्श के साथ रहता है। उसके मकान में रविवार देर शाम करीब 6 बजे अचानक आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग मुख्य दरवाजे के पास से लगनी शुरू हुई और अंदर तक तेजी से फैल गई। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।

बाथरुम में शावर चलाकर दरवाजा बंद किया

हादसे के दौरान घर में नम्रता और अर्श घर में थे। अचानक आग भड़कती देख नम्रता बेटे अर्श को बचाने के लिए उसे लेकर अंदर बाथरुम की ओर दौड़ी। उसने शावर चलाया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इस दौरान आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया।

डेढ़-दो घंटे बाद आग पर पाया जा सका काबू

मकान में भीषण आग देखकर आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि सूचना देने के काफी देर बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंची। करीब डेढ़-दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक घर का सारा सामान जलकर खाक हो चुका था।

रेस्क्यू कर घर से मां और बच्चे को निकाला गया

पुलिस और फायरकर्मियों ने लोगों की मदद से नम्रता और अर्श को बाथरुम से बाहर निकाला और बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उपचार के दौरान पहले नम्रता और फिर बच्चे अर्श ने दम तोड़ दिया। हादसे के समय परिवार के अन्य सदस्य बाहर थे।

दम घुटने से गई जान

पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि दम घुटने से मां-बेटे की मौत हुई है। वहीं यह भी सामने आया है कि नम्रता दो माह की गर्भवती थी। पुलिस ने बताया कि आशंका है कि नम्रता ने खुद को और बच्चे को बचाने के लिए बाथरुम में छिपने का कदम उठाया होगा, लेकिन धुआं भरने से उन्हें निकलने का मौका नहीं मिला।
 

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